धार्मिक होना अथवा किसी धर्म में आस्था रखना इतना बुरा भी नहीं

धार्मिक होना अथवा किसी धर्म में आस्था रखना इतना बुरा भी न हो, यदि लोग इसका उपयोग समझदारी से करें। कुछ ऐसी ही समझदारी से जो आप अपने "गुप्तांग" के प्रयोग में बरतते हैं अथवा बरतनी चाहिए। कुछ बातें जिनका ध्यान रख आप धार्मिक आस्था से किसी को परेशान नहीं करेंगे –

1. इसकी चर्चा सिर्फ अपने वयस्क मित्रों के साथ ही करें। अनजान लोगों के साथ जिन्होंने इस संबंध में आपसे अपनी रुचि प्रकट न की हो इसकी चर्चा भूलकर भी न करें।

2. पब्लिक में इसे ढककर छुपाकर रखें, इसका सार्वजनिक प्रदर्शन भूलकर भी न करें। बच्चों के सामने न तो इसकी चर्चा करें न ही इसे प्रकट करें।


3. जरूरी नहीं जितना आनंद आप इससे प्राप्त करते हैं उतना ही आंनद सभी को आता हो। आपके लिए यह चरम आनंद का स्रोत हो सकता है पर जरूरी नहीं सभी के लिए ऐसा ही हो, इस बात को अपने दिमाग में अच्छे से बिठा लें और सभी को इस खेल में घसीटने का प्रयास न करें।


4. हो सकता है आज तक आपने जितनों का देखा हो उनमें आपका सबसे बड़ा हो, पर इसका ढिंढोरा मत पीटिये। यकीन मानिए इससे आपको कोई भी विशेष लाभ प्राप्त नहीं होगा।

5. इसकी स्वच्छता का विशेष ध्यान रखिए। समय समय पर सूक्ष्मता से इसकी जांच कीजिए ताकि कहीं आप किसी रोग के वाहक न बन जाएं।

...और अंत में। इसका प्रयोग करते समय अपनी बुद्धि को हमेशा चौकस रखिए, ताकि कहीं कोई लालच देकर अथवा भय दिखलाकर आपको अपनी स्वार्थ-सिद्धि के लिए प्रयोग न कर सके।

– अर्पित द्विवेदी
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