इंसान जब फर्ज़ी धर्म व राष्ट्रवाद से आज़ाद होगा, तभी असली इंसानियत का जन्म होगा
मैं भी जन्म से आस्तिक था। मंगलवार का व्रत रखता था। हनुमान चालीसा पढता था। मन्दिर में जाता था …
मैं भी जन्म से आस्तिक था। मंगलवार का व्रत रखता था। हनुमान चालीसा पढता था। मन्दिर में जाता था …