हर व्यक्ति को नास्तिकता चुनने का वैसे ही अधिकार है, जैसे धर्म चुनने का
किसी बच्चे पर उसके अभिभावक या परिवार का धर्म बचपन से थोपा जाना उसके अधिकारों का हनन है। ऐसा क्यों ह…
किसी बच्चे पर उसके अभिभावक या परिवार का धर्म बचपन से थोपा जाना उसके अधिकारों का हनन है। ऐसा क्यों ह…
धा र्मिक होना अथवा किसी धर्म में आस्था रखना इतना बुरा भी न हो, यदि लोग इसका उपयोग समझदारी से करें…