"मानवता की जय हो, इसलिए मैं नास्तिक हूँ"
साथियों! “मैं नास्तिक क्यों हूँ” वाली सीरीज में यह चौथा आलेख है। नास्तिक, तर्कशील और संशयवादी साथ…
साथियों! “मैं नास्तिक क्यों हूँ” वाली सीरीज में यह चौथा आलेख है। नास्तिक, तर्कशील और संशयवादी साथ…
भारत में तर्कशील आन्दोलन कोई नया नहीं है। प्राचीन काल से चार्वाक, बुद्ध जैसे लोग तर्कशीलता पर तथा…
यह एक तथ्य है कि प्राचीन काल से ही भारत और दुनिया के अन्य देशों में नास्तिक रहे हैं। भारत में गौत…
भारतीय संविधान भारतीय गणराज्य को धर्मनिरपेक्ष और पंथनिरपेक्ष होने की बात करता है। सविधान की र…
धा र्मिक होना अथवा किसी धर्म में आस्था रखना इतना बुरा भी न हो, यदि लोग इसका उपयोग समझदारी से करें…
ध र्म , ईश्वर और आलौकिक की गुलामी एक लाइलाज बिमारी है। भारत में इसे ठीक से देखा जा सकता है। कर्म…