हमारे लिए अस्पताल हैं, लेकिन उन निरीह जानवरों का क्या?
इस दुनिया में आना ही एक दुःख है , एक दर्द है। कुछ दुःख और दर्द ऐसे हैं जो हमारी नजरें देख नही…
इस दुनिया में आना ही एक दुःख है , एक दर्द है। कुछ दुःख और दर्द ऐसे हैं जो हमारी नजरें देख नही…
हाँ ! मै नास्तिक , धर्म मुक्त , और तार्किक हूँ। और मुझे गर्व है अपनी और अपने जैसे उन सभी …
नास्तिकता बिल्कुल आसान नहीं होता है। यह इंसान की विचार-शक्ति का सबसे ऊँचा स्तर है। तर्क और ज्ञ…
मार्च 23, 2019 को शुरू हुआ 'नास्तिक दिवस' याद कर लीजिए क्योंकि ये तारीख़ है एक नयी क्…
एयर फोर्स में बचपन बीतने के कारण पता ही नहीं था कि हमारा समाज किस तरह जातिवाद का शिकार है। ऊँच…
साथियों! “मैं नास्तिक क्यों हूँ” वाली सीरीज में यह चौथा आलेख है। नास्तिक, तर्कशील और संशयवादी साथ…
हमारे आस-पास अस्तिकता का इतना गहरा जाल है कि तर्क पैदा ही नही होने देते। ईश्वर नाम का प्रो…
भारत में धार्मिक रीति रिवाजों की परंपराओं को निभाने की जिम्मेदारी महिलाओं के ऊपर थोपा हुआ है। महि…